दिवाली पर निबंध Essay on diwali in Hindi for class 5 , 120 words Short Essay on Diwali in Hindi , Essay on Deepawali दीपावली पर निबंध हिंदी में
दिवाली – प्रकाश का पर्व
दिवाली हिंदू धर्म का सबसे पवित्र त्योहार है। यह हर साल कार्तिक महीने की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। दिवाली को प्रकाश का पर्व भी कहा जाता है, क्योंकि इस दिन लोग अपने घरों और दुकानों को दीयों, मोमबत्तियों और बिजली के झालरों से सजाते हैं।
दिवाली का त्योहार भगवान राम के 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है। भगवान राम ने रावण को हराकर बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक स्थापित किया था। दिवाली के दिन लोग भगवान राम, देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करते हैं।
दिवाली की तैयारियां कुछ दिन पहले से ही शुरू हो जाती हैं। लोग अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं और उन्हें रंग-रोगन करते हैं। नए कपड़े खरीदते हैं और मिठाइयां बनाते हैं। दिवाली की रात को लोग अपने घरों के बाहर रंगोली बनाते हैं और दीये जलाते हैं।
दिवाली का त्योहार भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के हिंदू धर्म के लोग मनाते हैं। यह त्योहार खुशी, समृद्धि और सौभाग्य का प्रतीक है।
दिवाली के कुछ सुरक्षा उपाय
- दिवाली के दौरान पटाखे जलाते समय सावधानी बरतें।
- बच्चों को पटाखों से दूर रखें।
- दीये और मोमबत्तियां जलाते समय सावधानी बरतें।
- बिजली के झालरों को सावधानी से लगाएं।
- आग से सावधान रहें।
दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं!
दिवाली पर निबंध, Essay on Diwali in Hindi for class 5 100 words
दिवाली का त्यौहार
दिवाली हिंदुओं का सबसे बड़ा त्यौहार है। यह हर साल कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम 14 वर्ष के वनवास के बाद लंका पर विजय प्राप्त कर सीता माता और लक्ष्मण जी के साथ अयोध्या लौटे थे। अयोध्यावासियों ने उनके स्वागत में दीप जलाए थे। तब से दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है।
दिवाली का त्यौहार प्रकाश का प्रतीक है। इस दिन घरों, दुकानों और मंदिरों को दीयों, मोमबत्तियों और रंगीन रोशनी से सजाया जाता है। लोग फटाके जलाते हैं और मिठाइयाँ बाँटते हैं।
दिवाली से पहले लोग अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं और नए कपड़े खरीदते हैं। इस दिन लोग माँ लक्ष्मी की पूजा करते हैं, क्योंकि माँ लक्ष्मी धन और समृद्धि की देवी हैं।
दिवाली का त्यौहार पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह त्यौहार हमें बुराई पर अच्छाई की जीत की याद दिलाता है। यह हमें यह भी सिखाता है कि हमें हमेशा सच्चाई और न्याय के पक्ष में खड़ा होना चाहिए।
दिवाली का त्यौहार
- प्रकाश का प्रतीक
- घरों, दुकानों और मंदिरों को सजाना
- फटाके जलाना
- मिठाइयाँ बाँटना
- घरों की साफ-सफाई करना
- नए कपड़े खरीदना
- माँ लक्ष्मी की पूजा करना
- धन और समृद्धि की देवी
- पूरे भारत में
- बुराई पर अच्छाई की जीत
- सच्चाई और न्याय के पक्ष में खड़ा होना
Short Essay on Diwali in Hindi
दिवाली: प्रकाश का उत्सव
दिवाली भारत का सबसे बड़ा और सबसे लोकप्रिय त्योहार है। यह हर साल कार्तिक महीने की अमावस्या को मनाया जाता है। दिवाली को प्रकाश का उत्सव कहा जाता है, क्योंकि इस दिन लोग अपने घरों और दुकानों को दीयों और लालटेन से जगमगाते हैं।
दिवाली मनाने के कई कारण हैं। कुछ लोगों के लिए, यह बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। अन्य लोगों के लिए, यह लक्ष्मी, धन की देवी की पूजा करने का समय है। फिर भी दूसरों के लिए, यह परिवार और दोस्तों के साथ आने और एक साथ समय बिताने का समय है।
दिवाली की तैयारियां कुछ हफ्ते पहले ही शुरू हो जाती हैं। लोग अपने घरों को साफ करते हैं, नए कपड़े खरीदते हैं, और मिठाइयाँ बनाते हैं। दिवाली की रात को, लोग अपने घरों के बाहर रंगीन रंगोली बनाते हैं और दीये जलाते हैं। वे लक्ष्मी की पूजा करते हैं और उन्हें भोजन और मिठाइयाँ अर्पित करते हैं।
दिवाली के अगले दिन, जिसे गोवर्धन पूजा के रूप में जाना जाता है, लोग गायों की पूजा करते हैं। गायों को हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है और यह माना जाता है कि वे समृद्धि और सौभाग्य लाती हैं।
दिवाली का पर्व पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह एक ऐसा समय है जब लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ एकत्र होते हैं और खुशी और समृद्धि का जश्न मनाते हैं।
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